वर्ष 1980 में आपरेशन फ्लड कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में समन्वित डेंयरी विकास की गतिविधियां संचालित करने के लिए मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटीज अधिनियम 1960 के अंतर्गत मध्यप्रदेश दुग्ध महासंघ सहकारी मर्यादित (वर्तमान में एम.पी.स्टेट कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन लि.) की स्थापना की गई । इसी के साथ आणंद प्रणाली पर त्रि-स्तरीय सहकारी संस्थाओं का गठन प्रारंभ हुआ । इसके अंतर्गत प्रथम स्तर पर लगभग 7000 ग्रामीण दुग्ध सहकारी समितियां, द्वितीय स्तर पर 6 सहकारी दुग्ध संघ जिनके मुख्यालय भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर एवं सागर में हैं तथा राज्य स्तर पर एमपी स्टेट को-आपरेटिव डेयरी फेडरेशन (एमपीसीडीएफ) कार्यरत हैं ।